दिल मेरे तू दीवाना है
पागल है मैंने माना है
पल पल आहे भरता है
कहने से क्यू डरता है
दिल मेरे तू दीवाना है
पागल है मैंने माना है
पल पल आहे भरता है
कहने से क्यू डरता है
दिल मेरे तू दीवाना है~~~
(Step: 01)
खामोशियों की जुबा
कोई ना समझे यहाँ
शेहरा में गुल खिलते नहीं
मिलके कभी मिलते नहीं
जाने किसकी खता
अनजानी ये रहे
मंज़िल का देंगी पता
दिल मेरे तू दीवाना है
दिल मेरे तू दीवाना है
पागल है मैंने माना है
पल पल आहे भरता है
कहने से क्यू डरता है
दिल मेरे तू दीवाना है~~~
(Step: 02)
नदियों को अहसास है
सागर में भी प्यास है
माना की है अँधेरा घना
किसने किया तुझको मना
तारों की सम्मा जला
सच होते, सपने भी
मैंने है ऐसा सुना
दिल मेरे तू दीवाना है
पागल है मैंने माना है
पल पल आहे भरता है
कहने से क्यू डरता है
दिल मेरे तू दीवाना है~~
पागल है मैंने माना है
पल पल आहे भरता है
कहने से क्यू डरता है