रातों में जगाया नींदों को उड़ाया
रातों में जगाया नींदों को उड़ाया
मेरा दिल भी चुराया है
उस संगिनी पे दिल आया है
जिसने मुझे सताया है हो….
जिसने मुझे सताया है
(Step: 01)
धीरे धीरे पास आ रही है
फ़िर भी क्यू मुझसे दूर जा रही है
शायद उसकी ये एक अदा है
वो क्या जाने जान जा रही है
जीना भी भुलाया दीवाना बनाया हो….
जीना भी भुलाया दीवाना बनाया
कैसा जादू चलाया है
उस संगिनी पे दिल आया है
जिसने मुझे सताया है
(Step: 02)
जैसे जैसे शाम ढल रही है
सीने में एक आग जल रही है
आँखें में डूबी इंतज़ार में
हर धड़कन में प्यास जग रही है
यादों में भी आया, ख्वाबों में भी आया
और ख्यालों में छाया है
उस लड़के पर दिल आ गया है
जिसने मुझे सताया है हो…
उस लड़के पर दिल आ गया है
जिसने मुझे सताया है हो
उस संगिनी पे दिल आया है
जिसने मुझे सताया है